Ashutosh Pratihast’s Success Story:11 महीने में 6,000 रुपये से 100 करोड़ रुपये के कारोबार तक

Ashutosh Pratihast's Success Story

Introduction:
सभी को नमस्कार, आज हम बात करेंगे एक ऐसे शख्स की, जिनकी कहानी है बिजनेस लेसन से संघर्ष तक और 6,000 रुपये की नोकरी से लेकर सिर्फ 11 महीने में  से 100  करोड़ रुपये के बिजनेस का मालिक बनने तक का सफर। और उनका नाम है महानुभव श्री Ashutosh Pratihast। चलिए, शुरू करते हैं उनकी कहानी से।

Ashutosh Pratihast Background:

Ashutosh Pratihast , जो असल में सीतामढी, बिहार से हैं, अगर हम उनके बचपन की बात करें तो वो एक बहुत शरारती बच्चे थे। किसी घर में टीवी ख़राब करने से लेकर , किसी घर में मोबाइल फ़ोन ख़राब और किसी घर का फूलों का गमला तोड़ने तक।

उन्होंने अपने बचपन मे शरारत के कारण शुरू होने वाली चुनौतियों का सामना किया, जिसके कारण उन्हें कुछ लोग ग़ुस्से मे “आपका बच्चा कुछ नहीं कर सकता”!,”इसे पढ़ाई लिखाई कराव तभी कुछ हो पाएगा” ऐसे शब्द भी सुनने पड़े थे।

ऐसे मे किसी वस्तु के टूट के जाने पर पिताजी के जेब से भरपाई देनी पड़ती थी । एक स्थिर परिवार Background के बावजूद, उनके ला-परवाह रवैये ने उनके पिता जी के लिए अर्थिक कठिनाइयाँ पैदा कीं थी । और रोज की शिकायतो की वजह से माताजी ये देख के निराशा मे जा रही थी ।

 माताजी के लिए डॉक्टर की सलाह के बाद उन्होंने दिल्ली को शिप्ट किया। Ashutosh Pratihast जी को ये समझ आया की हम जो कर रहे गलत है उन्हे असल मे पैसे का महत्व समझ आया। पिताजी के जेब से भरपाई करनी पड़ती है , इसलिये धीरे धीरे उन्हें पैसो का महत्व समझ आया ।

Ashutosh Pratihast जी और फॅमिली दिल्ली शिफ्ट होने के बाद, पिताजी 5,000 रुपये की जॉब करते थे। वो सुबह 5 बजे निकल जाते थे और रात को 11 बजे लौट आते थे।  जब बात आई पढ़ाई की, Ashutosh Pratihast जी को गुवाहाटी में एक साल के लिए केंद्रीय विद्यालय भेजा गया, और उनका बड़ा कारण था, वहा पे उनकी फीस सिर्फ 500 रुपये थी।

क्योंकि उनके पिता जी गांव छोड़ कर चले आए थे , तो उन्हें उसके बाद फाइनेंसियल समस्या का सामना करना पड़ा। एक पिता होने के नाते पिता को मैनेजमेंट करके आगे बढ़ना पड़ता है । तब पिताजी को कहीना कही से रिस्क मैनेजमेन्ट और कॉस्ट कटिंग करनी पड़ रही थी ।

बाद में Ashutosh Pratihast जी को भेज दिया आसाम , और वो उन्हके लिए मेजर रोल भी था उनके और एक संघर्ष का , और वहां पे भी उन्हें सुनना पड़ा क्योंकि आसाम में सब बच्चे आसामी ही बोलना जानते थे ।  लेकिन Ashutosh Pratishat जी को सिर्फ हिंदी ही आ रही थी, ऐसे मे कोण उनका दोस्त बनाना चाहेगा ?  
फिर एक साल बाद दिल्ली आने के बाद , उन्हें सवालो के जाल ने सही डायरेक्शन दी क्योकि जिसे सवाल नही पड़ते उसे उसका जवाब भी नही मिलता ।  18वीं सदी के एक प्रसिद्ध फ्रेंच Philosopher, Writer, Historian, और Social Commentator ने भी कहा है की ,

“Judge a man by his questions rather than his answers.”
Voltaire

उनका सवाल था कि अमीर कैसे बनते है?
फिर उनकी माताजी ने उन्हें जवाब दिया कि तुमने पढ़ाई अच्छी करी और सरकारी नोकरी करी और तुम IAS बन गए तो तुम अमीर बन जावोगे।  उसके बाद माताजी के कहने पे उन्होंने पढ़ाई करनी ठानी और उनके मेहनत से दिन के 12 घंटे पढाई का भूत सर पे सवार होके और उनकी फोटो न्यूज़ पेपर में छपी और अवार्ड भी मिले दिल्ली सरकार ने 5000 का तोहफा भी दिया।

Ashutosh Pratishat 10TH Exam Marklist , news paper , awards

उसके बाद Ashutosh Pratishat 10th में आये तो  उनका  संघर्ष का दौर फिरसे शुरू हुआ उस टाइम पिताजी की जॉब छूट गई, और पिताजी के जॉब चली जाने के बाद उन्हें फिर जॉब भी मिल नहीं रही थी ।  पिताजी छोटा मोटा काम करके 15-20 हजार वह कमा रहे थे । किसी तरह से कर्जे लेकर घर संभाल रहे थे ।  दिवाली में मिठाई खरीदने के भी पैसे नही थे और ठिक से राशन भी खरीदने के उनके पास पैसे नही थे ।

 10th के पहले उन्हे हातोसे गिटार बजाते हुए माताजीने देखा था तभी माताजिने उन्हे गिटार गिफ्ट दिया था  और Ashutosh Pratishat उस समय मे गिटार की स्किल्स सिख चुके थे, फिर उन्होंने 10th के लास्ट महीने में लोगों को गिटार सिखाना शुरू किया। उस क्लास से 1500-2000 वो कमा रहे थे। उससे खुद के खर्चे जैसे कोचिंग एजुकेशन के खर्चे वह निकाल रहे थे। 

उसके बाद 12th में उन्होंने 92 % के ग्रेड कमाये उन्होंने लोगों के कहने पे  Upsc के लिये कॉलेज पकड़ा लेकिन उन्हें Realise हुआ कि ऐसा तो नहीं चलेगा, कुछ ना कुछ करना ही होगा ! उन्होंने बाहर से कॉलेज के Exams देना शुरू किया ।

Ashutosh Pratihast Turning Point:

कॉल सेंटर में 6000 की उन्होंने जॉब करना शुरू किया । किस्मत से 7 दिन के बाद उनकी कॉल एक कम्पनी के फाउंडर को लगी और उन्होंने Ashutosh Pratishat जी की आवाज सुनके उन्हें अपने पास जॉब दी । 7 दिन के अंदर 6000 से 14000 की इनकम पे आशुतोष शिप्ट हो गए थे ।

Ashutosh Pratishat call centor job communication

उन्होंने वहां नोटिस करना शुरू किया की उनके वहां लड़के आते जाते है और उन लड़को की कम उम्र में ही करोड़ की इनकम है , लेकिन कैसे ?, इसका जवाब देते हुए उन्होंने कुछ सेल्फ डेवेलोप मेन्ट की किताबें उन्हें बताई । उन्होंने किताबे पढ़ना स्टार्ट किया बस में ट्रेन में।

वह कहते है ना ! , हम जिन 4 लोगों मे रहते है उन्ही के जैसे ही बन जाते है ….तो बस हमे जान भुजके खुदकों उन 4 लोगों मे डालना है जो सफल और कामयाब है ।  यदि किसी व्यक्ति ने किसी समूह या स्थान के साथ-साथ अपने आप को घुल-मिल दिया है, तो उसका व्यवहार और सोचने का तरीका भी उस समूह या स्थान के अनुरूप हो सकता है।  ये एक नैच्रल प्रोसेस है, और लोग इस प्रक्रिया में अनजाने में भी अपने आस-पास के लोगों का प्रभाव ले लेते हैं। इसलिए, व्यक्ति को ये ध्यान रखना चाहिए कि वह अपनी संगति को ध्यान से चुने, क्योंकि ये उसका व्यवहार और विचार पर भी असर डाल सकता है।

हमेशा ये जरूरी नहीं होता कि व्यक्ति सिर्फ अपने संगति या स्थान के लोगों के जैसे ही हो जाए, लेकिन उनसे प्रभावित हो कर अपने विचार-धर्मों में सुधार कर सकता है। यदि व्यक्ति अपनी संगति को ध्यान से चुनता है और अच्छी संगति में रहता है, तो उसका जीवन पोसीटिव और सक्सेसफूल हो सकता है।

Ashutosh Pratihast Business Strategy:

उन्होंने ज्ञान से खुद को भरा उसके बाद उस ज्ञान को कही पे तो निकाल ना पड़ता है । इसी सोच से  Ashutosh अपने प्रिन्सिपल के पास  गए , Ashutosh जी ने  बोला मुझे एक ऑर्गनाइजेशन शुरू करनी है , उसमे कम्युनिकेशन स्किल्स , पब्लिक स्पिकिंग , Subconscious Mind, लौ ऑफ अट्रैक्शन , गोल्स सेटिंग , लीडरशिप इन सारी चीजों को सीखाना चाहता हूं ! क्योंकि हर साल इंडिया में ग्रेजुएट बनते है ।

किसी भी गवर्मेंट या प्राइवेट सेक्टर में इतना पोटेंशियल नही की करोड़ो जॉब्स बनादे , इससे बेरोज़गारी भी बढ़ रही , अगर हम लोगो को कामयाब करना है तो उनके स्किल्स पे काम करना ही पड़ेगा। ये सुनके उनके प्रिंसिपल को बात बोहत पसंद आई।

Ashutosh Pratihast's Events
“Skills are the currency of the 21st century.” – Robert Reich

उन्होंने 1 आर्गेनाइजेशन बनाई उसका नाम था , Evolution। इसके Success के साथ उन्हें बोहत सारे कॉलेज में उन्हें बुलाया गया। दिल्ली यूनिवर्सिटी के हर कॉलेज से उन्हें बुलाया गया उसके बाद उन्होंने बोहत सारे इवेंट करना स्टार्ट किया था । इवेंट के साथ हजारो स्टूडेंट्स को उन्हीने ट्रेन भी किया ।

लेकिन अभी तक वह इनकम कमा नहीं रहे थे ! फिर उन्होंने अपना Youtube चैनल शुरू किया , उसपे Views और लाइक्स उस समय आ नही रहे थे। लेकिन उनके अभी तक के एक्सपेरिएंस से उन्हें ये समझ आ गया था कि , Consentency Is The Key ।
उसके बाद lockdown आया 2020 में कंटेंट की डिमांड बढ़ी तो उनके चैनल पे Views भी  आने भी शुरू हुए ।

लॉक Down के दौरान उन्होंने Ebook लिख डाली , उसमे 3 साल के एक्सपेरिएंस को लिखा था कि कैसे 3 साल में 0 से 1 लाख की इनकम कर सकते है ! । ₹300/- की Ebook से 8 से 9 लाख रुपये कमाय सिर्फ Ebook सेल करके।

Ashutosh Pratihast Spiritual Lessons :

उस लॉकडाउन में उनके मुह से निकल गया  “जय महाकाल ” फिर इससे उन्होंने एक सोंग लिखा , जिसका नाम था जय महाकाल , वह यूट्यूब पे सुपर हिट के साथ और उस गानेने उज्जैन में पेहचान और गाने की वजह से उन्हें नाम भी मिलने लगा।

Ashutosh Pratihast Jay Mahakaal song
“The soul always knows what to do to heal itself. The challenge is to silence the mind.” – Caroline Myss

Spirituality जो दिखती तो नहीं  लेकिन वही सत्य है , जो दिखाई देता है वह असल मे नहीं है , लेकिन जो असल मे है वह दिखाई नहीं देता । इंसान के कामयाबी के पीछे Spirituality  होती है लेकिन हर कोई उसपे बात नहीं करना चाहता। 
Facebook के फाउन्डर और नीम करोली  बाबा , उनकी Spiritual कहानी भी आप गूगल पे देख सकते है कहने का तात्पर्य यही है की DEVINE POWER IS SUPREME

Ashutosh Pratihast digital Prenuar:

I digital Prenuar कम्पनी :-  उन्हें स्किल्स के वजह से इतनी सफलता मिली इसलिए उनका कहना है कि सफलता चाहिए तो स्किल्स सीखने पड़ेंगे । कॉम्पीटीशन में टिके रहना है तो अलग से कुच करना पड़ेगा , बजाय भेड़ चाल के ।
उनका कहना है की , कमाने से बोहत सोर्स है , यूट्यूब से कमा सकते है , इंस्टाग्राम से भी कमा सकते है , लेकिन कोई सीखा नही रहा, सीखा भी दिया तो बोहत सारि फीस देनी पड़ जाएगी जो मिडिल क्लास बच्चा खरीद भी नही सकता।

ashutosh pratihast skills making compony

इसी प्रॉब्लम का सोलुशन को Findout करते हुए , प्रोबलेम सॉल्वर के Attitude से उन्होंने i Digi Prenuar शुरू की । जिसमे वह YouTube, Instagram Marketing, Job  Interview, Photoshop, Marketing, SALES, Facebook Ads जैसे अलग अलग स्किल्स सिखाते है । 

जो आज के टाइम पे बोहत सक्सेसफुल कम्पनी हो चुकी है।  11 महीने मे उन्होंने  7 करोड़ का व्यापार 100 के उपर की Valuation की कंपनी  I digi Prenuar को बनाया । 

Ashutosh Pratihast Business Lessons:

Ashutosh Pratihast की कहानी में वह खास बिजनेस के फैसले और नए दृष्टिकोण है जो उसे दूसरे बिजनेसमैन से अलग बनाते हैं।

1. Skill Development Focus:

Ashutosh Pratihast समझते हैं कि अगर कोई व्यक्ति सफलता पाना चाहता है , तो उसको कुछ जरूरी स्किल्स सिखनी पड़ती हैं। इसलिए उन्हें “I DIGITAL PRENUAR” नामक आर्गेनाइजेशन बनाई , जिसमें उन्होने लोगों को इम्पॉर्टन्ट स्किल्स सिखाने का काम किया। इससे उनकी बिजनेस स्ट्रैटिजी को सबसे हटके बनने में मदद मिलती है।

2. YouTube and Content Creation:

Ashutosh Pratihast जी ने  डिजिटल दुनिया में अपनी जगह बनाने के लिए YouTube का सहारा लिया। वो यहां अपना ज्ञान और सुझाव बांटते हैं। उन्होंने एक Consistent YouTube channel चलाना शुरू किया, जिससे उनकी सोचने की तरह बाकी लोगों पर असर हो गया।

3. Evolution of I Digi Prenuar:

इम्पोर्टैंट स्किल्स और अर्थिक ज्ञान में उपलब्धि के लिए, आशुतोष ने “I Digi Prenuar” की स्थापना की। ये स्किल्स सिखाने के लिए विशेष रूप से बनाया गया था, जिसमे अलग-अलग क्षेत्रों और फील्ड में सीखने की सलाह दी जाती है। अच्छे कीमत पर पर स्किल्स सीखने की कमिटमेंट ने बिजनेस की दुनिया में नयापन दिखाने में मदद की।

4. Diversification and Multiple Income Streams:

Ashutosh Pratihast समझते हैं कि अगर व्यक्ति अपने इनकम के दिशा को अलग अलग बनाता है, तो उसकी बिजनेस स्ट्रेटेजी में नयापन आता है। लॉकडाउन में, उन्होंने ईबुक लिखकर और एक हिट गाना बनाकर अपने इनकम के प्रवाह को बढ़ाया। इससे उनका व्यवसायिक सोचने का तरीका और भी अलग हो गया।

5. Identifying Opportunities during Lockdown:

Ashutosh Pratihast ने लॉकडाउन के समय में समझा कि कंटेंट की मांग बढ़ गई है। इस अवसर को देखते हुए, अपना कंटेंट और भी शानदार बनाया। उसने एक ईबुक लिखी जिससे उसको अच्छा रिस्पॉन्स मिला और उसका गाना भी काफी लोकप्रिय हुआ।

Conclusion:

उनकी लर्निंग –
1.Consistency

“Consistency is the key to success. Small consistent steps lead to big achievements.”

छोटे कदम भी मायने रखते हैं: कभी-कभी लोग सोचते हैं कि बड़े लक्ष्यों की तरफ बढ़ने के लिए बड़े कदम उठाएंगे। लेकिन, consistency के जरूरी छोटे-छोटे कदम भी बड़ा नतीजा दे सकते हैं। हर दिन थोड़ा सा भी प्रोग्रेस , प्रोग्रेस ही होती है!

हार नहीं, सीखने का एक और मौका: कभी-कभी हमारे प्रयासों में सफलता नहीं मिलती। लेकिन हर कामयाब व्यक्ति ने हार को एक नया मौका समझा और उससे सीखा। Consistency से आप न केवल जीत सकते हैं बल्कि हार से भी कुछ सीख सकते हैं।

2.मेहनती बनना पड़ेगा:
“Success is no accident. It is hard work, perseverance, learning, studying, sacrifice, and most of all, love of what you are doing or learning to do.” – Pelé

मेहनत में इज़्ज़त है: मेहनत से कमाई गई चीज़ें हमेशा ज़्यादा मायने रखती हैं। उन्हेंमे आपका सारा जज्बा, समर्पण और डेडीकैशन होता है।

3.सेल्फ इन्वेस्टेटमेन्ट=
“Invest in yourself. Your career is the engine of your wealth.” – Paul Clitheroe

“Self-investment” का मतलब है खुद को समय, क्षमता, और ज्ञान में सुधार का प्रयास करना, ताकि आप अपने व्यक्तिगत और प्रोफेशनल जीवन में बेहतर हो सकें।

FAQ(पूछे जाने वाले सवाल) :

ashutosh pratihast age:

2024 के हिसाब से Ashutosh Pratihast जी की आयु 26 साल है।

ashutosh pratihast wife:

Ashutosh Pratihast जी अभी सिंगल है ।  क्योंकि उन्होंने हमे शादी पे आमंत्रण नहीं दिया है । 

ashutosh pratihast birthday date:

Ashutosh Pratihast जी का जन्मदिवस 19 दिसंबर 1997 को मनाते है ।  

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